मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि वर्तमान में लगभग 20 हजार लोग हथकरघा उद्योग से जुड़कर अपनी आजीविका कमा रहे हैं. हिमाचली शॉल और टोपी विश्व प्रसिद्ध है. कुल्लू और किन्नौरी शॉल को हथकरघा संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत आरक्षित किया गया है और इन दोनों उत्पादों का पेटेंट करवाया गया है.from Latest News हिमाचल प्रदेश News18 हिंदी https://ift.tt/2DqjXOq








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