उत्तराखंड के सैलाकुई क्षेत्र की रहने वाली डिम्पल को सात महीने में पैदा हुई महज 8.50 ग्राम की एक बच्ची का जीवन बचा कर पांवटा अस्पातल ने बडा कारनाम कर दिखाया है. बच्ची का स्वास्थ्य इतना खराब था कि देहरादून के दून अस्पताल ने भी हाथ खड़े कर दिए थे, लेकिन पांवटा साहिब सिविल अस्पताल के चाइल्ड स्पेस्लिट डाॅक्टर अमिताभ जेन और उनकी टीम के प्रयासों से न सिर्फ बच्ची का जीवन बचा बल्कि बच्ची पूर्ण स्वस्थ हो गई है.from Latest News हिमाचल प्रदेश News18 हिंदी https://ift.tt/2QCzAEf








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